सूर्य हमारे सौरमंडल के केंद्र में मौजूद होकर सभी ग्रहों के लिए अभिभावक का कार्य करता है। सौरमंडल के सभी पिंड – ग्रह, उपग्रह, धूमकेतु, उल्कापिंड आदि अलग-अलग दूरी पर इसके चारों ओर घूमते हैं। बुध ग्रह, जो इसके सबसे समीप है, सूर्य से न्यूनतम 4.7 करोड़ कि.मी. की दूरी पर स्थित है; वही सौरमंडल का सबसे अंतिम क्षेत्र, जिसे ‘Oort Cloud’ कहा जाता है, सूर्य से लगभग 15 लाख करोड़ कि.मी. दूर स्थित है। लेकिन प्रश्न है कि prithvi se surya ki duri kitni hai? तो इसका उत्तर है – पृथ्वी और सूर्य के बीच की औसत दूरी 14.96 करोड़ कि.मी. है।
पृथ्वी और सूर्य की बीच की इस औसत दूरी को खगोलीय इकाई (Astronomical unit) कहा जाता है। खगोलीय इकाई का उपयोग आमतौर पर हमारे सौरमंडल की सीमा में स्थित ग्रहों, उपग्रहों आदि की दूरी मापने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, सबसे दूर स्थित ग्रह प्लूटो सूरज से 40 खगोलीय इकाई की दूरी पर है; जिसका मतलब हुआ कि प्लूटो, पृथ्वी सूरज से जितनी दूर है उससे 40 गुना अधिक दूर है।

धरती जिस दीर्घवृत्तीय कक्षा में सूरज के चारों ओर घूमती है वह पूरी तरह से गोल नहीं है। इसलिए पृथ्वी की दूरी सूर्य से हमेशा एक जैसी नहीं होती। एक वर्ष के दौरान पृथ्वी कभी सूरज के बहुत नजदीक होती है, तो कभी बहुत दूर।
साल में जनवरी के महीने में धरती सूर्य के सबसे नजदीक होती है। उस समय सूर्य से यह 14.71 करोड़ कि.मी. दूर होती है; वही जुलाई के महीने में यह सूर्य से सबसे दूर की स्थिति में होती है। उस वक्त सूरज से इसकी दूरी 15.21 करोड़ कि.मी. होती है। वर्ष में होने वाले इन दोनों घटनाओं को क्रमशः उपसौर (perihelion) तथा अपसौर (aphelion) कहा जाता हैं।
Q2. पृथ्वी से सूर्य कितना बड़ा है?
उत्तर: पृथ्वी की तुलना में सूर्य बहुत विशाल है। यह अपनी चारों तरफ 13.92 लाख कि.मी. दूर तक फैला हुआ है। यह फैलाव पृथ्वी के व्यास का लगभग 109 गुना है। सूर्य का कुल आयतन 1.4 x 1027 क्यूबिक मीटर है। इतने बड़े आयतन में धरती जैसे 13 लाख ग्रह आसानी से फीट हो सकते हैं। इसका द्रव्यमान 1.989 x 1030 कि.ग्रा. है, जो कि पृथ्वी के द्रव्यमान से 3,33,000 गुना अधिक है।
हमारा सूरज पृथ्वी से कितना बड़ा है, इसे और अच्छी तरह नीचे के उदाहरण से समझे-
जैसा आपको पता है, यात्री विमानों की औसत गति 800 कि.मी. प्रति घंटा होती है और अगर आप न्यूयॉर्क से लंदन की यात्रा करने का निर्णय लेते हैं, तो उसे आप 7 घंटे के आसपास तय करेंगे। यदि आप पृथ्वी के चारों ओर लगभग 40,000 कि.मी. का पूरा दौरा करना चाहेंगे, तो आपको उसमें लगभग 2 दिन और 2 घंटे का समय लगेगा।
लेकिन अगर आप उसी यात्री विमान से सूर्य के चारों ओर एक पूरा दौरा करने चाहेंगे, तो क्या आपको अनुमान है उसमें कितना समय लगेगा? तो मैं बता दूं, उस रोमांचक यात्रा को पूरा करने में आपको 5458 घंटे यानी लगभग 228 दिन लग जाएंगे!
Q3. सूर्य का तापमान कितना है?
उत्तर: सूरज गर्म प्लाज्मा का एक गोला है। इसके सतह का औसत तापमान लगभग 5504.85 डिग्री सेल्सियस है। सतह से अंदर की ओर धीरे-धीरे तापमान बढ़ने लगता है और अंत में कोर तक जाते-जाते यह तापमान लगभग 2.7 करोड़ डिग्री फारेनहाइट तक पहुंच जाता है।
सतह से ऊपर की ओर भी सौर-वायुमंडल तक तापमान बढ़ता रहता है। सौर-वायुमंडल की सबसे ऊपरी परत ‘सौर कोरोना’ तक तापमान 10 लाख डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। सूर्य के विभिन्न परतों का तापमान नीचे के चित्र में देखे –

Q4. क्या सूर्य अन्य ग्रहों की भांति अपने अक्ष पर घूमता है?
उत्तर: हाँ! सूरज अन्य ग्रहों की भांति अपने अक्ष पर भी घूमता है। हालांकि, क्योंकि यह पूरी तरह केवल गैस से ही बना हुआ है इसलिए अपने अक्ष पर इसकी गति स्थलीय ग्रहों से थोड़ी अलग होती है। वास्तव में यह अपने ध्रुवों की तुलना में भूमध्य रेखा पर तेजी से घूमता है। भूमध्य रेखा पर यह हर 24 दिन में एक बार तथा ध्रुवों पर हर 35 दिन में एक बार घूमता है।
Q5. क्या सूर्य सबसे बड़ा तारा है?
उत्तर: यद्यपि सूर्य आकाश में किसी भी अन्य तारे की तुलना में हमें बड़ा दिखाई देता है, फिर भी ब्रह्मांड में लाखों तारे हैं जो इससे बहुत बड़े है। धरती से अन्य सितारों की तुलना में सूर्य इतना बड़ा दिखाई देता है क्योंकि यह किसी भी अन्य सितारे के मुकाबले में हमारे बहुत करीब है।
हमारा सूरज सिर्फ एक मध्यम आकार का तारा है। उदाहरण के लिए हमारी आकाशगंगा में मौजूद सूर्य से भी विशाल सितारों की सूची नीचे देखे –
तारों का नाम | सूर्य से तुलनात्मक आकार | पृथ्वी से दूरी (प्रकाश-वर्ष में) |
VY Canis Majoris | लगभग 1,800-2,100 गुना बड़ा | 3,900 |
RW Cephei | 1,535 गुना बड़ा | 3,500 |
V354 Cephei | 1,520 गुना बड़ा | 9,000 |
KY Cygni | लगभग 1,420- 2,850 गुना बड़ा | 5,000 |
VV Cephei A | 1,050 गुना बड़ा | 4,900 |
KW Sagittarii | 1,009 गुना बड़ा | 7,800 |
Betelgeuse | 887 गुना बड़ा | 643 |
Antares | 883 गुना बड़ा | 550 |
V838 Monocerotis | 380 गुना बड़ा | 6,100 |
Q6. पृथ्वी की सूर्य की परिक्रमा करने की गति क्या है?
उत्तर: पृथ्वी औसतन 29.78 कि.मी. प्रति सेकंड व 1,07,208 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार से सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है। एक वर्ष में इस रफ्तार से परिक्रमा करते हुए यह लगभग 94 करोड़ कि.मी. की दूरी तय कर लेती है।
इस रफ्तार से यात्रा करते हुए पृथ्वी मात्र 4 घंटे में चांद तक पहुंच सकती है!
Q7. आकाशगंगा के केंद्र से सूर्य की दूरी कितनी है?
उत्तर: हमारी आकाशगंगा के केंद्र से सूर्य 8 पारसेक यानी 26,000 प्रकाश-वर्ष दूर स्थित है। यह आकाशगंगा की एक स्पाइरल भुजा, जिसे ‘ओरियन आर्म’ के नाम से जाना जाता है के अंदरूनी भाग में मौजूद है। यह भुजा 3,500 प्रकाश-वर्ष चौड़ी और लगभग 10,000 प्रकाश-वर्ष लंबी है।
Q8. सूर्य के सबसे नजदीक स्थित स्टार सिस्टम का क्या नाम है?
उत्तर: सूर्य के सबसे नजदीक जो स्टार सिस्टम है, उसे ‘अल्फा सेंटॉरी’ कहा जाता है। यह एक तीन तारों – प्राॅक्सिमा सेंटाॅरी, रिजील केंटोरस और टोलीमन का समूह हैं।
तारों का यह समूह सेंटोरस तारामंडल में स्थित है तथा हमारे सूरज से 4.37 प्रकाश-वर्ष दूर है। इसका एक तारा, प्रॉक्सिमा सेंटॉरी सौरमंडल के बाहर स्थित धरती का सबसे निकटतम तारा है। यह धरती से 4.24 प्रकाश-वर्ष दूर है।
Q9. आज तक सूर्य के सबसे करीब कौन सा अंतरिक्षयान पहुंचा है?
उत्तर: आज तक सूर्य के सबसे समीप अंतरिक्ष एजेंसी नासा का अंतरिक्षयान ‘पार्कर सोलर प्रोब‘ पहुंचा है। यह प्रोब अभी हाल ही में 29 जनवरी, 2020 को सूरज से 1.86 करोड़ कि.मी. से भी कम दूरी से होकर गुजरा।

पार्कर सोलर प्रोब को 12 अगस्त, 2018 को सूर्य के बाहरी वायुमंडल के विस्तृत अध्ययन के लिए भेजा गया था। यह खगोलीय पिंडों के अन्वेषण के लिए भेजा गया अब तक का सबसे तेज चाल वाला अंतरिक्षयान है। इसकी अधिकतम गति 6,92,017 कि.मी. प्रति घंटा है। यह वह रफ्तार है, जिससे आप कश्मीर से कन्याकुमारी की दुरी का 242 गुना मात्र 1 सेकंड में तैय कर सकते हैं।
यह प्रोब वर्ष 2025 में सूर्य के और अधिक नजदीक से गुजरेगा। उस समय सूरज की सतह से इसकी दूरी 62 लाख कि.मी. होगी।
Q10. क्या सूर्य कभी चमकना बंद कर देगा?
उत्तर: हाँ, लेकिन अभी अरबों साल बाद। सूरज या अन्य सितारे चमकते हैं, क्योंकि परमाणु संलयन नामक एक प्रक्रिया द्वारा उनके कोर में भारी मात्रा में ऊर्जा तैयार होती रहती है।
परमाणु संलयन तब होता है, जब हाइड्रोजन जैसे हल्के तत्व भारी तत्वों, जैसे – हीलियम में संयोजित होते हैं। लगभग 5 अरब वर्ष में सूर्य के कोर में हाइड्रोजन समाप्त हो जाएगा या सूरज में परमाणु संलयन के लिए पर्याप्त मात्रा में नहीं बचेगा। इसलिए वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले लगभग 5 अरब वर्षों में हमारा सूरज चमकना बंद कर देगा।